Bhagalpur news:मंदिर से चिढ़ने वाले अब महाकुंभ को दे रहे गाली – नरेंद्र मोदी
ग्राम समाचार, भागलपुर। भागलपुर के हवाई अड्डा मैदान में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि महाकुंभ के समय में मंदरांचल की धरती पर आना अपने आप में बड़ा सौभाग्य है। इस धरती में आस्था भी है, विरासत भी है और शिक्षित भारत का समर्थ भी है। यह शहिद तिलका मांझी की धरती है। यह सिल्क सिटी भी है। बाबा अजगैबीनाथ की इस पावन धाम में इस समय महाशिवरात्रि की भी खूब तैयारी चल रही है। ऐसे पवित्र समय में मुझे पीएम किसान निधि की एक और किस्त देश के करोड़ों किसानों को भेजने का सौभाग्य मिला है। पीएम ने कहा कि करीब 22 हजार करोड़ रुपया एक क्लिक पर देश भर के किसानों के खाते में पहुंचे हैं। यहां भी कुछ लोगों की तरफ मेरी नजर गई। वह फटाफट अपने मोबाइल देख रहे थे कि पैसा आया कि नहीं आया। पीएम ने कहा कि किसान सम्मन निधि दी गई है। इसमें बिहार के भी 75 लाख से अधिक किसान परिवार शामिल हैं। बिहार के किसानों खाते में आज सीधे करीब 16 हजार करोड़ रुपये उनके खाते में पहुंच चुके हैं। मैं बिहार और देश के सभी किसान परिवारों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं, बधाई देता हूं।
पीएम ने कहा कि मैंने लाल किले से कहां है कि विकसित भारत के चार मजबूत स्तंभ हैं। यह स्तंभ हैं गरीब, हमारे अन्नदाता किसान, हमारे नौजवान हमारे युवा और हमारे देश की नारी शक्ति। पीएम ने कहा कि बीते दशक में हमने किसानों के हर समस्या के समाधान के लिए पूरी शक्ति से काम किया है। किसानों को खेती के लिए अच्छे बीज चाहिए, पर्याप्त और सस्ती खाद चाहिए, किसानों को सिंचाई की सुविधा चाहिए, पशुओं का बीमारी से बचाव चाहिए और आपदा के समय नुकसान से सुरक्षा चाहिए। पहले इन सभी पहलुओं को लेकर किसान संकट से घिरा रहता था। जो लोग पशुओं का चारा खा सकते हैं वह इन स्थितियों को कभी भी नहीं बदल सकते। एनडीए सरकार ने स्थिति को बदला है। बीते वर्षों में हमने सैकड़ो आधुनिक किस्म के बीज किसानों को दिए। पहले यूरिया के लिए किसान लाठी खाता था और यूरिया की कालाबाजारी होती थी। आज किसानों को पर्याप्त खाद मिल रहा है। हमने तो कोरोना के महासंकट में भी किसानों को खाद की कमी नहीं होने दी। आप कल्पना कर सकते हैं कि अगर एनडीए सरकार न होती क्या होता। अगर एनडीए सरकार न होती तो आज भी हमारे किसान भाई बहनों को खाद के लिए लाठियां खानी पड़ती। आज भी बरौनी खाद कारखाना बंद पड़ा होता। दुनियां के अनेक देशों में खाद की बोरी तीन हजार की मिल रही है। वह खाद हम किसानों को तीन सौ से भी काम में देते हैं। एनडीए सरकार न होती तो यूरिया की एक बोरी भी आपको तीन हजार की मिलती। हमारी सरकार किसानों के बारे में सोचती है। उनकी भलाई के लिए काम करती है। इसलिए खाद का जो पैसा किसानों को खर्च करना था, वह केंद्र सरकार को खर्च कर रही है। बीते 10 साल में करीब 12 लाख करोड़ रुपये जो खाद खरीदने के लिए किसानों के जेब से जाने थे वह बच गए। वह केंद्र सरकार ने बजट में से दिए हैं।
पीएम ने कहा कि एनडीए सरकार न होती तो आपको पीएम किसान सम्मन निधि भी नहीं मिलती। इस योजना में कोई भी बिचौलिया नहीं है। दिल्ली से निकला पैसा सीधा खाते में पहुंचता है। आप जैसे छोटे किसानों को पहले सरकार की योजनाओं का पूरा लाभ नहीं मिल पाता था। छोटे किसानों का हक भी बिचौलिए हड़प कर लेते थे। लेकिन यह मोदी है, यह नीतीश जी है। अब किसानों के हक किसी को नहीं खाने देंगे। पीएम ने कहा जब ये कांग्रेस वाले और जंगल राज वाले सरकार में थे। उस समय किसानों की हालत बहुत खराब थी। इन लोगों ने खेती का जितना बजट रखा था उससे कई गुना ज्यादा पैसा तो हम सीधे आप किसानों के बैंक खातों में भेज चुके हैं। यह काम कोई भ्रष्टाचारी नहीं कर सकता है। यह काम वही सरकार कर सकती है जो किसान कल्याण के लिए समर्पित है। कांग्रेस हो या जंगल राज वाले हो इनके लिए आप किसनों की तकलीफ कोई मायने नहीं रखती है। पहले जब बाढ़ आती थी, सूखा पड़ता था, ओला पड़ता था तो यह लोग किसानों को अपने हाल पर छोड़ देते थे। 2014 में जब आपने एनडीए को आशीर्वाद दिया तो एनडीए सरकार ने पीएम फसल बीमा योजना बनाई। इस योजना के तहत पौने दो लाख करोड़ रुपये का क्लेम किसानों को आपदा के समय मिल चुका है। पीएम ने कहा कि जो भूमिहीन है, जो छोटे किसान है उनकी आय को बढ़ाने में एनडीए सरकार पशुपालन को बढ़ावा दे रही है। पशुपालन गांव में हमारी बहनों को लखपति दीदी बनाने में भी बहुत काम आ रहा है। देश में अभी तक करीब सवा करोड़ लखपति दीदी बन चुकी है। इनमें बिहार की भी हजारों जीविका दीदी शामिल है। बीते दशक में भारत में दूध उत्पादन 14 करोड़ टन से बढ़कर 24 करोड़ टन हो गया है भारत ने दुनियां के नंबर वन दूध उत्पादक के रूप में अपनी भूमिका को और सशक्त किया है। इसमें बिहार की भी बहुत बड़ी भागीदारी है। आज बिहार में सहकारी दूध संघ प्रतिदिन 30 लाख लीटर दूध खरीदता है। इसके कारण हर साल 3 हजार करोड़ रुपये से अधिक बिहार के पशुपालक हमारी माता और बहनों के खाते में जा रहा है। इस सेक्टर को बढ़ावा देने के हमारे प्रयासों को राजीव रंजन जी बहुत ही कुशलता के साथ आगे बढ़ा रहे हैं। उनके प्रयासों से बिहार में दो परियोजनाएं तेजी से पूरी हो रही है। मोतिहारी का सेंटर आफ एक्सीलेंस बेहतरीन देसी नस्ल की गायों के विकास में मदद करेगा। दूसरा बरौनी का मिल्क प्लांट है। इससे क्षेत्र के 3 लाख किसानों को फायदा होगा और नौजवानों को रोजगार मिलेगा। पीएम ने कहा कि हमारे जो नाविक साथी हैं, जो मछुआरे साथी हैं इनको पहले की सरकारों ने कोई फायदा नहीं दिया। हमने पहली बार मछली पालन को किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा दी है। ऐसे ही प्रयासों से आज मछली उत्पादन में बिहार शानदार प्रदर्शन कर रहा है। मुझे संतोष है कि बिहार के लोगों की मछली की जरूरत बिहार में ही पूरी हो रही है। 10 साल पहले बिहार मछली उत्पादन में देश के 10 राज्यों में से एक था। आज बिहार देश के टॉप फाइव बड़े मछली उत्पादक राज्यों में से एक बन चुका है। इससे बहुत बड़ा फायदा हमारे छोटे किसानों और मछुआरे साथियों को हुआ।
पीएम ने कहा कि भागलपुर की पहचान तो गंगा जी में रहने वाली डॉल्फिन से भी होती रही है। यह नमामि गंगे अभियान की भी बहुत बड़ी सफलता है। बीते वर्षों में सरकार के प्रयासों से भारत का कृषि निर्यात बहुत बढ़ा है। कई कृषि उत्पाद ऐसे हैं जिनका पहली बार निर्यात शुरू हुआ है। अब बारी बिहार के मखाना की है। मखाना आज देश के शहरों में सुबह के नाश्ते का प्रमुख अंग हो चुका है। मैं भी 365 दिन में से 300 दिन मखाना जरूर खाता हूं। यह सुपर फूड है। जिसे अब दुनियां के बाजारों तक पहुंचना है। इसलिए इस वर्ष के बजट में मखाना किसानों के लिए मखाना बोर्ड बनाने का ऐलान किया गया। यह मखाना बोर्ड मखाना उत्पादन, प्रोसेसिंग वैल्यू एडिशन और मार्केटिंग ऐसे हर पहलू में बिहार के किसने की मदद करेगा। पीएम ने कहा कि बजट में बिहार के किसानों और नौजवानों के लिए एक और बड़ी घोषणा की गई है। पूर्वी भारत में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए बिहार एक बड़े केंद्र के रूप में उभरने वाला है। बिहार में नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फूड टेक्नोलॉजी एंड एंटरप्रेन्योरशिप की स्थापना की जाएगी। बिहार में कृषि के क्षेत्र में तीन नए सेंटर सेंटर आफ एक्सीलेंस स्थापित किए जाएंगे। इनमें से एक भागलपुर में ही स्थापित होगा। यह सेंटर आम की जर्दालू किस्म पर फोकस करेगा। साथ ही मुंगेर और बक्सर में भी ऐसे सेंटर बनाए जाएंगे। जो टमाटर, प्याज और आलू किसानों को मदद देंगे। किसान हित के निर्णय लेने में हम कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहे हैं। पीएम ने कहा कि आज भारत कपड़े का भी बहुत बड़ा निर्यातक बन रहा है। देश में कपड़ा उद्योग को बल देने के लिए अनेक कदम उठाए जा रहे हैं। भागलपुर में तो कहां जाता है कि यहां पेड़ भी सोना उगलते हैं। भागलपुरी सिल्क और तसर सिल्क पूरे हिंदुस्तान में मशहूर है। दुनियां के दूसरे देशों में भी तसर सिल्क की डिमांड लगातार बढ़ रही है। केंद्र सरकार रेशम उद्योग को बढ़ावा देने के लिए फैब्रिक डाईंग यूनिट, फैब्रिक प्रिंटिंग यूनिट और फैब्रिक प्रोसेसिंग यूनिट जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण पर बहुत जोर दे रही है। इससे भागलपुर के बुनकरों को आधुनिक सुविधा मिलेगी और उनके उत्पाद दुनिया के कोने कोने में पहुंच पाएंगे। पीएम ने कहा कि एनडीए सरकार बिहार की नदियों पर पर्याप्त पूल निर्माण को लेकर तेजी से कम कर रही है। अनेकों पुल बन रहे हैं। भागलपुर में गंगा नदी पर पुल के निर्माण का काम तेजी से चल रहा है। इस पर 11 हजार करोड रुपये से ज्यादा खर्च किए जा रहे हैं।
पीएम ने कहा कि बिहार में बाढ़ से भी बहुत नुकसान होता है। इसके लिए भी हमारी सरकार ने हजारों करोड रुपये के योजनाओं को स्वीकृति दी है। पश्चिमी कोसी नहर परियोजना के लिए मदद देने की घोषणा की गई है। इस परियोजना से मिथिलांचल क्षेत्र में पचास हजार हेक्टयर भूमि सिंचाई के दायरे में आएगी। इससे लाखों किसान परिवारों को लाभ होगा। पीएम ने कहा कि एनडीए सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए अलग-अलग स्तर पर काम कर रही है। भारत में उत्पादन बढ़े, दलहन और तिलहन में हम आत्मनिर्भर हो, यहां ज्यादा से ज्यादा फूड प्रोसेसिंग उद्योग लगे और हमारे किसानों के उत्पाद दुनियां भर तक पहुंचे। इसके लिए सरकार एक के बाद एक नए कदम उठा रही है। मेरा तो सपना है कि दुनियां की हर रसोई में भारत के किसानों का उगाया कोई न कोई उत्पादन होना ही चाहिए। पीएम ने कहा कि हमारी सरकार ने देश में 10 हजार किसान उत्पादक संघ बनाने का बड़ा लक्ष्य रखा था। आज मुझे यह बताते हुए खुशी है कि देश ने इस लक्ष्य को प्राप्त कर लिया है। आज बिहार की भूमि 10 हजार एफपीओ के निर्माण की साक्षी बन रही है। मक्का, केला और धन पर काम करने वाला रजिस्टर हुआ है। यह किसानों की आय बढ़ाने वाली अभूतपूर्व शक्ति है। छोटे-छोटे किसानों को बाजार के बड़े लाभ सीधे उपलब्ध कराती है। एनडीए सरकार बिहार के औद्योगिक विकास पर भी उतना ही बल दे रही है। बिहार सरकार भागलपुर में बहुत बड़ा बिजली कारखाना लगा रही है। उसको कोयले की भरपूर आपूर्ति की जाएगी। इसके लिए केंद्र सरकार ने कोल लिंकेज को स्वीकृति दे दी है। मुझे पूरा भरोसा है यहां पैदा होने वाली बिजली बिहार के विकास को नई ऊर्जा देगी। इससे बिहार के नौजवानों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। पीएम ने कहा कि पूर्वोदय से ही विकसित भारत का उदय होगा और हमारा बिहार पूर्वी भारत का सबसे अहम स्तंभ है। बिहार भारत के सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। कांग्रेस और राजद के लंबे कुशासन ने बिहार को बर्बाद किया। बिहार को बदनाम किया। लेकिन अब विकसित भारत में बिहार का विकास होगा जो प्राचीन समृद्ध भारत में पाटलिपुत्र का था। इसके लिए हम सभी मिलकर निरंतर प्रयास कर रहे हैं। बिहार में आधुनिक कनेक्टिविटी के लिए सड़कों के नेटवर्क के लिए, जनकल्याण की योजनाओं के लिए, एनडीए सरकार प्रतिबद्ध होकर काम कर रही है। मुंगेर से भागलपुर होते हुए मिर्जा चौकी तक करीब 5 हजार करोड़ रुपये की लागत से नया हाईवे बनाने का काम शुरू हो रहा है। भागलपुर से हंसडीहा तक फोरलेन सड़क को चौड़ा करने का काम भी शुरू होने जा रहा है। भारत सरकार ने विक्रमशिला से कटारिया तक नई रेल लाइन और रेल पुल को भी स्वीकृति दे दी है। पीएम ने कहा कि हमारा यह भागलपुर सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण रहा है। विक्रमशिला विश्वविद्यालय के कालखंड में यह शिक्षा का केंद्र हुआ करता था। हम नालंदा विश्वविद्यालय के प्राचीन गौरव को आधुनिक भारत से जोड़ने का काम शुरू कर चुके हैं। नालंदा विश्वविद्यालय के बाद अब विक्रमशिला में भी सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाई जा रही है। जल्द केंद्र सरकार इस पर काम शुरू करने वाली है। पीएम ने कहा कि एनडीए सरकार भारत की गौरवशाली विरासत के संरक्षण और वैभवशाली भविष्य के निर्माण के लिए एक साथ काम कर रही है। लेकिन यह जो जंगल राज वाले हैं इनको हमारी धरोहर से हमारी आस्था से नफरत है। महाकुंभ समरसता का सबसे बड़ा महोत्सव है। पूरे यूरोप की जितनी जनसंख्या है उससे भी ज्यादा लोग अब तक महाकुंभ में डुबकी लगा चुके हैं। बिहार से भी गांव गांव से श्रद्धालु एकता के महाकुंभ होकर आ रहे हैं। लेकिन यह जंगल राज वाले महाकुंभ को ही गाली दे रहे हैं। राम मंदिर से चिढ़ने वाले लोग महाकुंभ को भी कोसने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। महाकुंभ को गाली देने वाले ऐसे लोगों को बिहार कभी भी माफ नहीं करेगा। पीएम ने कहा कि बिहार को समृद्धि के नए उंचाई पर ले जाने के लिए हम दिन रात ऐसे ही मेहनत करते रहेंगे। कार्यक्रम के दौरान मंच पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, जीतन राम मांझी, ललन सिंह, गिरिराज सिंह, चिराग पासवान, राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर, बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा और बिहार सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के मंत्री उपस्थित थे।
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