"ग्रीन इंडिया - क्लीन इंडिया" एवं स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा सरकार के तत्वाधान में सांयकाल वीर सावरकर का 59वां बलिदान दिवस और स्वतंत्रता सेनानी अहिल्याबाई होल्कर की लाइव पेंटिंग द्वारा पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विशेष आमंत्रित पैरा ओलंपिक खिलाड़ी दीपा मलिक ने कहा सावरकर भारत के पहले व्यक्ति थे जिन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य के केन्द्र लन्दन में उसके विरुद्ध क्रांतिकारी आन्दोलन संगठित किया। वे भारत के पहले व्यक्ति थे जिन्होंने सन् 1857 की लड़ाई को 'भारत का प्रथम स्वाधीनता संग्राम' बताते हुए 1907 में लगभग एक हज़ार पृष्ठों का इतिहास लिखा। सामाजिक कार्यकर्ता प्रोफेसर डॉ. जया शर्मा ने कहा देश की आजादी में वीर सावरकर का महत्वपूर्ण भूमिका देश की इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज रहेगी।दामोदर वीर सावरकर भारत के पहले और दुनिया के एकमात्र लेखक थे जिनकी पुस्तक को प्रकाशित होने के पहले ही ब्रिटिश साम्राज्य की सरकारों ने प्रतिबन्धित कर दिया था।वे दुनिया के पहले राजनीतिक कैदी थे जिनका मामला हेग के अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय में चला था।वे पहले भारतीय राजनीतिक कैदी थे जिसने एक अछूत को मन्दिर का पुजारी बनाया था। आर्टिस्ट अमन यादव ने कहा वीर सावरकर और अहिल्याबाई होल्कर ने देश की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। उन्होंने लाइव पेंटिंग द्वारा अहिल्याबाई होल्कर और वीर सावरकर के बारे में विस्तार पूर्वक बताया।
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वीर सावरकर के बलिदान दिवस और अहिल्याबाई होल्कर की लाइव पेंटिंग को पुष्पांजलि अर्पित कर पैरा ओलंपिक खिलाड़ी दीपा मलिक नमन करते हुए। |
कार्यक्रम के संयोजक डॉ. आर.के. जांगड़ा विश्वकर्मा, सदस्य, स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा सरकार एसटीएफ ने कहा सावरकर, महात्मा गांधी के कटु आलोचक थे। उन्होने अंग्रेजों द्वारा द्वितीय विश्वयुद्ध के समय जर्मनी के विरुद्ध हिंसा को गांधीजी द्वारा समर्थन किए जाने को 'पाखण्ड' करार दिया था। भौगोलिक एकता, जातीय गुण और साझा संस्कृति को बढ़ाने में उनकी माहिती भूमिका रही।जब भीमराव आम्बेडकर ने बौद्ध धर्म स्वीकार कर लिया तब सावरकर ने कहा था, "अब जाकर वे सच्चे हिन्दू बने हैं"।सावरकर ने ही वह पहला भारतीय झंडा बनाया था, जिसे जर्मनी में 1907 की अंतर्राष्ट्रीय सोशलिस्ट कांग्रेस में मैडम कामा ने फहराया था।वे प्रथम क्रान्तिकारी थे जिन पर स्वतंत्र भारत की सरकार ने झूठा मुकदमा चलाया और बाद में उनके निर्दोष साबित होने पर उनसे माफी मांगी।सावरकर ने भारत की आज की सभी राष्ट्रीय सुरक्षा सम्बन्धी समस्याओं को बहुत पहले ही भाँप लिया था।1962 में चीन द्वारा भारत पर आक्रमण करने के लगभग दस वर्ष पहले ही कह दिया था कि चीन भारत पर आक्रमण करने वाला है1 उन्होंने कहा 1923 में हिन्दू राष्ट्रवादी विनायक दामोदर सावरकर द्वारा लोकप्रिय की गई अवधारणा हिन्दुत्व, भारत में हिन्दू राष्ट्रवाद का मुख्य रूप है। कार्यक्रम में पीएम राष्ट्रवादी पीएम नरेंद्र मोदी से वीर सावरकर को भारत रत्न देने और उनकी याद में राष्ट्रीय संग्रहालय भगुर नासिक में बनाने की मांग की गई। अवसर पर अजीत यादव, राजेश शर्मा, राकेश सोनी शंकर लाल सोनी, शिव कुमार मित्तल,राजकुमार शर्मा, रामपाल यादव, अनीता यादव, सुरेखा शर्मा, अंजलि विश्वकर्मा आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।
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