नई दिल्ली, 19 फरवरी 2025 – केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 2025 की कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के पेपर लीक होने की खबरों को पूरी तरह निराधार बताया है। 15 फरवरी 2025 से शुरू हुई ये परीक्षाएँ अप्रैल 2025 तक चलेंगी। बोर्ड ने इन अफवाहों को बेबुनियाद बताते हुए कहा है कि इनका उद्देश्य सिर्फ छात्रों और अभिभावकों के बीच अनावश्यक डर और घबराहट पैदा करना है।
CBSE ने एक आधिकारिक बयान जारी कर बताया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे यूट्यूब, फेसबुक और एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर 2025 बोर्ड परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने के दावे किए जा रहे हैं, जो पूरी तरह से गलत और आधारहीन हैं।
बोर्ड ने आश्वासन दिया है कि वह स्थिति पर पूरी तरह नजर बनाए हुए है और जो भी लोग झूठी खबरें फैला रहे हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। CBSE कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहा है ताकि गलत सूचना फैलाने वालों की पहचान की जा सके और उन पर कानूनी कार्रवाई की जा सके।
CBSE ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि कोई छात्र गलत जानकारी फैलाने में शामिल पाया जाता है, तो उसके खिलाफ CBSE के अनुचित साधन (UFM) नियमों और भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसके तहत परीक्षा रद्द करने के साथ-साथ अगले तीन वर्षों तक सभी विषयों की परीक्षाओं में बैठने से प्रतिबंधित किया जा सकता है।
बोर्ड ने अभिभावकों से आग्रह किया है कि वे अपने बच्चों को बिना पुष्टि किए किसी भी जानकारी पर विश्वास न करने और उसे साझा न करने की सलाह दें। CBSE ने छात्रों, अभिभावकों और स्कूलों से अनुरोध किया है कि वे केवल बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट (www.cbse.gov.in) और प्रमाणित सार्वजनिक माध्यमों से जारी सूचनाओं पर ही भरोसा करें।
बोर्ड ने परीक्षाओं की निष्पक्षता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त उपाय लागू किए हैं। CBSE परीक्षा प्रक्रिया की शुचिता बनाए रखने के लिए गलत सूचना के प्रसार को रोकने के प्रयास कर रहा है।
देश और विदेश में 7,800 से अधिक परीक्षा केंद्रों पर 42 लाख से अधिक छात्र इस परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। CBSE का मुख्य उद्देश्य निष्पक्ष और सुचारू परीक्षा प्रक्रिया सुनिश्चित करना है।
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