Combine PDF : अब पीडीएफ फाइलों को जोड़ना हुआ आसान, बिना किसी सॉफ्टवेयर के!

आजकल, पीडीएफ फाइलों का इस्तेमाल हर जगह होता है। चाहे वह ऑफिस का काम हो, पढ़ाई हो या फिर कोई ज़रूरी दस्तावेज़ भेजना हो। कई बार हमें अलग-अलग पीडीएफ फाइलों को एक साथ जोड़ना पड़ता है, और इसके लिए अक्सर हमें महंगे सॉफ्टवेयर डाउनलोड करने पड़ते हैं। लेकिन अब, एक ऐसा ऑनलाइन टूल आ गया है जो इस काम को एकदम आसान बना देता है, और वो भी बिल्कुल मुफ्त!

जी हाँ, अब आपको किसी भी सॉफ्टवेयर को डाउनलोड करने की ज़रूरत नहीं है। यह नया ऑनलाइन टूल आपको कई पीडीएफ फाइलों और तस्वीरों को एक ही पीडीएफ दस्तावेज़ में जोड़ने की सुविधा देता है, वो भी बस कुछ ही क्लिक्स में।

कैसे करें इस्तेमाल?

इस टूल का इस्तेमाल करना बेहद सरल है। आप अपने कंप्यूटर से 20 तक पीडीएफ फाइलें और तस्वीरें चुन सकते हैं, या फिर उन्हें सीधे ड्रॉप एरिया में ड्रैग कर सकते हैं। इसके बाद, आप फाइलों को ड्रैग-एंड-ड्रॉप करके अपनी मनचाही क्रम में लगा सकते हैं। जब आप तैयार हो जाएं, तो बस "कम्बाइन" बटन पर क्लिक करें, और आपका नया पीडीएफ दस्तावेज़ तैयार हो जाएगा।

क्यों है यह टूल खास?

  • मुफ्त और आसान: यह टूल बिल्कुल मुफ्त है और इसका इस्तेमाल करना बेहद आसान है।
  • सॉफ्टवेयर की ज़रूरत नहीं: आपको कोई भी सॉफ्टवेयर डाउनलोड करने की ज़रूरत नहीं है।
  • तेज़ और सुविधाजनक: यह टूल बहुत तेज़ी से काम करता है और आपको समय बचाता है।
  • 20 फाइलों तक का समर्थन: आप एक साथ 20 फाइलों तक को जोड़ सकते हैं।
  • ड्रैग-एंड-ड्रॉप सुविधा: आप फाइलों को आसानी से ड्रैग-एंड-ड्रॉप करके व्यवस्थित कर सकते हैं।

इस टूल के आने से अब पीडीएफ फाइलों को जोड़ना बच्चों का खेल हो गया है। चाहे आप ऑफिस में काम करते हों, छात्र हों या फिर कोई आम उपयोगकर्ता, यह टूल आपके लिए बहुत उपयोगी साबित होगा। तो फिर देर किस बात की? आज ही इस मुफ्त ऑनलाइन टूल का इस्तेमाल करें और अपने काम को आसान बनाएं!

Share on Google Plus

Editor - न्यूज डेस्क, नई दिल्ली.

ग्राम समाचार से आप सीधे जुड़ सकते हैं-
Whatsaap Number -8800256688
E-mail - gramsamachar@gmail.com

* ग्राम समाचार से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें

* ग्राम समाचार के "खबर से असर तक" के राष्ट्र निर्माण अभियान में सहयोग करें। ग्राम समाचार एक गैर-लाभकारी संगठन है, हमारी पत्रकारिता को सरकार और कॉरपोरेट दबाव से मुक्त रखने के लिए आर्थिक मदद करें।
- राजीव कुमार (Editor-in-Chief)

    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें