नई दिल्ली। केरल में कांग्रेस के नेताओं को अब मीडिया से बात करने से रोक दिया गया है। यह फैसला शशि थरूर के हालिया बयानों के बाद आया है, जिसमें उन्होंने केरल में बड़ी भूमिका चाहते हुए केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की प्रशंसा की थी। इस बयान ने कांग्रेस के भीतर काफी विवाद पैदा कर दिया है, और कई नेताओं ने उनसे दूरी बना ली है।
क्या है कांग्रेस की नई रणनीति?
कांग्रेस की नई रणनीति केरल में अपनी स्थिति मजबूत करने पर केंद्रित है। पार्टी के नेताओं को मीडिया से बात करने से रोकने का निर्णय इसी रणनीति का हिस्सा है, ताकि पार्टी के भीतर एकजुटता बनी रहे और विपक्षी दलों को कोई मुद्दा न मिले। इस बीच, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे की बैठक में केरल के नेताओं के साथ चुनावी रणनीति और नेतृत्व के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा होगी।
केरल में कांग्रेस की स्थिति
केरल में कांग्रेस की स्थिति काफी जटिल है। हाल ही में थ्रिक्काकारा विधानसभा सीट पर कांग्रेस की बड़ी जीत हुई थी, जो सत्तारूढ़ एलडीएफ के लिए एक बड़ा झटका था। लेकिन शशि थरूर के बयानों ने पार्टी के भीतर विवाद पैदा कर दिया है, जिससे आगे की रणनीति और भी महत्वपूर्ण हो गई है।
आगे क्या होगा?
अब कांग्रेस के नेताओं को मीडिया से दूर रखने का फैसला पार्टी की एकजुटता को बनाए रखने के लिए किया गया है। राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे की बैठक में केरल के नेताओं के साथ विस्तार से चर्चा होगी, जिससे पार्टी की रणनीति और मजबूत होगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे कांग्रेस केरल में कैसे अपनी स्थिति मजबूत करेगी।
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