Entertainment : स्वरा भास्कर ने नकारे फर्जी धार्मिक बयान, सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं



मुंबई: बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे अपने कथित धार्मिक बयानों को "फर्जी" बताते हुए खारिज कर दिया है। ये बयान उन्हें हिंदू और इस्लाम धर्म की प्रथाओं की आलोचना करते हुए दिखाते हैं। स्वरा ने X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में इन फर्जी बयानों का जवाब दिया, जिसमें उन्होंने पूछा कि क्यों "संघी" नामक व्यक्तियों ने उनके नाम पर फर्जी बयानों को प्रसारित किया, जबकि उन्होंने पहले से ही कई वास्तविक बयान दिए हैं जो विवादित हो सकते हैं।

विवादों का सिलसिला:

  • हाल ही में, स्वरा भास्कर को विक्की कौशल की फिल्म 'छावा' की प्रशंसा करने वालों की आलोचना करने के लिए ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा। उन्होंने एक ट्वीट में कहा था कि समाज 500 साल पुरानी फिल्मी यातना पर अधिक भड़क रहा है, जबकि हाल ही में महाकुंभ में भगदड़ और कुप्रबंधन के कारण हुई मौतों पर कम प्रतिक्रिया दे रहा है।
  • उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना शुरू हो गई थी।

स्वरा भास्कर की प्रतिक्रिया:

  • स्वरा ने अपने पिछले ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "मेरा ट्वीट बहुत चर्चा में आया और कुछ गलतफहमियां भी हुईं। मैं छत्रपति शिवाजी महाराज की बहादुर विरासत और योगदान का सम्मान करती हूं, खासकर उनके सामाजिक न्याय और महिलाओं के प्रति सम्मान के विचारों का।"
  • स्वरा ने कहा कि कुछ लोग उनके नाम से फर्जी धार्मिक बयान वायरल कर रहे हैं जो सरासर गलत है।

व्यक्तिगत जीवन और करियर:

  • स्वरा भास्कर अपनी बेबाकी और सामाजिक मुद्दों पर अपनी राय रखने के लिए जानी जाती हैं।
  • वह समाजवादी पार्टी के नेता फहाद अहमद से शादी की हैं और उनकी एक बेटी राबिया है।
  • स्वरा ने कई बॉलीवुड फिल्मों में अभिनय किया है और जल्द ही "मिसेज़ फालानी" में नजर आएंगी।

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया:

  • स्वरा के इस पोस्ट ने सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं प्राप्त की हैं।
  • कुछ लोगों ने उनकी बात का समर्थन किया, जबकि अन्य ने उन पर विवादित बयान देने का आरोप लगाया।
  • सोशल मीडिया पर चल रही बहस में, कुछ उपयोगकर्ता स्वरा के पहले के बयानों को भी याद दिला रहे हैं, जिससे उनकी स्थिति और भी जटिल हो गई है।
  • इस घटना ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर फर्जी खबरों और गलत सूचनाओं के प्रसार के खतरे को उजागर किया है।
Share on Google Plus

Editor - न्यूज डेस्क, नई दिल्ली.

ग्राम समाचार से आप सीधे जुड़ सकते हैं-
Whatsaap Number -8800256688
E-mail - gramsamachar@gmail.com

* ग्राम समाचार से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें

* ग्राम समाचार के "खबर से असर तक" के राष्ट्र निर्माण अभियान में सहयोग करें। ग्राम समाचार एक गैर-लाभकारी संगठन है, हमारी पत्रकारिता को सरकार और कॉरपोरेट दबाव से मुक्त रखने के लिए आर्थिक मदद करें।
- राजीव कुमार (Editor-in-Chief)

    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें