गोड्डा, 18 फरवरी 2025: जिला मुख्यालय स्थित समाहरणालय के कार्यालय प्रकोष्ठ में मुख्यमंत्री ग्राम गाड़ी योजना के क्रियान्वयन को लेकर एक महत्वपूर्ण समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। जिला दंडाधिकारी एवं उपायुक्त जिशान कमर की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में योजना के तहत चिन्हित मार्गों पर वाहन परिचालन की प्रक्रिया, आवेदनों का मूल्यांकन और ग्रामीणों को बेहतर परिवहन सुविधा प्रदान करने संबंधी रणनीति पर विस्तृत चर्चा हुई।
बैठक के दौरान उपायुक्त श्री कमर ने कहा कि यह योजना राज्य सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों को पंचायत स्तर से प्रखंड, जिला, प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों, अस्पतालों और पड़ोसी जिलों से सीधे जोड़कर आवागमन को सरल बनाना है। उन्होंने जोर देकर कहा, "निर्धारित रूट पर वाहनों का समयबद्ध परिचालन सुनिश्चित करना होगा, ताकि किसान, मजदूर, छात्र-छात्राएं और आम नागरिक बिना किसी दिक्कत के अपने गंतव्य तक पहुँच सकें।"
इसके तहत चयनित मार्गों पर वाहन संचालन हेतु प्राप्त आवेदनों पर अंतिम निर्णय लेते हुए उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को त्वरित कार्यवाही का निर्देश दिया। साथ ही, उन्होंने यह सुनिश्चित करने को कहा कि परिवहन सेवाएँ ग्रामीणों की दैनिक आवश्यकताओं के अनुरूप हों और उनकी सुरक्षा एवं सुविधा को प्राथमिकता दी जाए।
अधिकारियों ने की भागीदारी
बैठक में जिला नजारत उपसमाहर्ता एवं जिला आपूर्ति पदाधिकारी श्रवण राम, जिला परिवहन पदाधिकारी कंचन कुमारी भुदोलिया, एलडीएम चंदन कुमार चौहान सहित परिवहन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे। सभी ने योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए समन्वय बनाए रखने और जनता की प्रतिक्रिया को गंभीरता से लेने का संकल्प व्यक्त किया।
माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री ग्राम गाड़ी योजना के लागू होने से न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसी बुनियादी सुविधाओं तक पहुँच भी आसान होगी। इससे गाँव और शहर के बीच की दूरी वास्तविक और भावनात्मक दोनों स्तरों पर कम होने की उम्मीद है।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें