Internatinal Business : बांग्लादेशियों के क्रेडिट कार्ड खर्च में भारत चौथे स्थान पर: वीजा जटिलताओं का असर

 


ढाका, बांग्लादेश - 18 फरवरी, 2025: बांग्लादेशियों द्वारा विदेश में किए गए क्रेडिट कार्ड के खर्च में भारत चौथे स्थान पर आ गया है। इसका मुख्य कारण भारत के लिए बांग्लादेशियों को वीजा प्राप्त करने में हो रही मुश्किलें हैं। पहले भारत इस सूची में सबसे ऊपर था, लेकिन अब यह अमेरिका, थाईलैंड और सिंगापुर के बाद आता है।

बांग्लादेश बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर 2024 में बांग्लादेशियों ने विदेश में क्रेडिट कार्ड के माध्यम से कुल 4.91 बिलियन टका खर्च किए। हालाँकि, भारत में खर्च की गई राशि में भारी गिरावट आई है। जून 2024 में, बांग्लादेशियों ने भारत में 920 मिलियन टका खर्च किए, जो उनके कुल खर्च का 17.56% था। अक्टूबर तक, यह घटकर 530 मिलियन टका (10.78%) हो गया, और दिसंबर तक यह केवल 400 मिलियन टका (8.13%) रह गया।

विशेषज्ञों का मानना ​​है कि वीजा की कठिनाइयाँ ही भारत में लेनदेन में गिरावट का मुख्य कारण हैं। एक प्रमुख बैंक के कार्ड विभाग के प्रमुख ने कहा, "अगर वीजा की समस्या नहीं होती, तो लेनदेन की मात्रा अधिक होती।"

अमेरिका सबसे आगे

दिसंबर 2024 में, बांग्लादेशियों द्वारा सबसे ज्यादा क्रेडिट कार्ड का खर्च अमेरिका में हुआ, इसके बाद थाईलैंड और सिंगापुर का स्थान रहा। बांग्लादेशियों ने उस महीने अमेरिका में अपने कुल क्रेडिट कार्ड खर्च का 15.87% खर्च किया, जबकि थाईलैंड और सिंगापुर में क्रमशः 10.74% और 8.92% खर्च हुआ।

इससे पता चलता है कि बांग्लादेशी यात्री उन देशों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जहाँ यात्रा करना और वीजा प्राप्त करना आसान है।

विदेशों में बांग्लादेशियों के क्रेडिट कार्ड खर्च में समग्र वृद्धि के बावजूद, भारत का रैंकिंग में गिरना दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को प्रभावित कर सकता है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि अगर वीजा प्रक्रिया को सरल बनाया जाता है, तो भारत अपनी शीर्ष स्थिति फिर से हासिल कर सकता है।

यह स्थिति न केवल बांग्लादेशी नागरिकों के लिए बल्कि भारतीय व्यवसायों और सेवा प्रदाताओं के लिए भी चिंता का विषय है, जो बांग्लादेश से आने वाले ग्राहकों पर निर्भर हैं।

Share on Google Plus

Editor - न्यूज डेस्क, नई दिल्ली.

ग्राम समाचार से आप सीधे जुड़ सकते हैं-
Whatsaap Number -8800256688
E-mail - gramsamachar@gmail.com

* ग्राम समाचार से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें

* ग्राम समाचार के "खबर से असर तक" के राष्ट्र निर्माण अभियान में सहयोग करें। ग्राम समाचार एक गैर-लाभकारी संगठन है, हमारी पत्रकारिता को सरकार और कॉरपोरेट दबाव से मुक्त रखने के लिए आर्थिक मदद करें।
- राजीव कुमार (Editor-in-Chief)

    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें