नई दिल्ली, 18 फरवरी 2025: केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री, पीयूष गोयल ने आज नई दिल्ली में भारत-कतर व्यापार मंच के उद्घाटन सत्र में कहा कि भारत और कतर की भविष्य की साझेदारी स्थिरता, प्रौद्योगिकी, उद्यमिता और ऊर्जा के स्तंभों पर आधारित होगी। इस सत्र में कतर के वाणिज्य और उद्योग मंत्री महामहिम शेख फैसल बिन थानी बिन फैसल अल थानी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
श्री गोयल ने कहा कि दोनों देशों के बीच साझेदारी विश्वास, व्यापार और परंपरा की नींव पर आधारित है। उन्होंने बताया कि व्यापार की शर्तें बदल रही हैं, जो अब ऊर्जा व्यापार से उभरती प्रौद्योगिकियों जैसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), क्वांटम कंडक्टिंग, और सेमीकंडक्टर्स की ओर बढ़ रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पूरी दुनिया भू-राजनीतिक तनाव, जलवायु परिवर्तन, साइबर सुरक्षा खतरों और स्थानीयकरण पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
मंत्री ने कहा कि भारत और कतर साथ मिलकर समृद्धि और बेहतर भविष्य के लिए कार्य कर सकते हैं। उन्होंने उल्लेख किया कि व्यापार और निवेश के संदर्भ में हम बदलाव के लिए तैयार हैं। इस अवसर पर कतर व्यवसायियों संघ (QBA) और भारतीय उद्योग महासंघ (CII) के बीच दो समझौतों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए गए, साथ ही Invest Qatar और Invest India के बीच भी एक समझौता हुआ।
श्री गोयल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हवाला देते हुए कहा, "आज चाहे बड़े देश हों या वैश्विक मंच, भारत में विश्वास पहले से कहीं अधिक मजबूत है," और व्यापार नेताओं से एकजुट होकर कार्य करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि भारत एक जीवंत अर्थव्यवस्था प्रदान करता है, जिसमें युवा जनसंख्या, हर क्षेत्र में सुधार, व्यवसाय करने में आसानी पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
उन्होंने कतर की कंपनियों को भारत के निवेश, निर्माण, नवीकरणीय ऊर्जा, स्मार्ट शहरों के विस्तार और अवसंरचना विकास में भाग लेने का आमंत्रण दिया। श्री गोयल ने यह भी कहा कि कतर विजन 2030 और भारत का विकसित भारत 2047 एक साथ मिलकर दोनों देशों के लोगों के लिए एक बड़ा और उज्जवल भविष्य परिभाषित करेंगे।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें