नई दिल्ली: माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक और समाजसेवी बिल गेट्स ने हाल ही में भारत की एक महत्वपूर्ण यात्रा संपन्न की। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और देश के महत्वाकांक्षी विकास योजनाओं और विभिन्न क्षेत्रों में नवाचारों पर विस्तार से चर्चा की। यह मुलाकात 18 मार्च 2025 को हुई, जिसमें भारत के 'विकसित भारत 2047' के दृष्टिकोण पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया, जिसका लक्ष्य आजादी के शताब्दी वर्ष तक देश को एक विकसित अर्थव्यवस्था में बदलना है।
प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपनी बातचीत में, गेट्स ने सार्वजनिक स्वास्थ्य, कृषि और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत की तीव्र प्रगति की सराहना की। उन्होंने वैक्सीन उत्पादन में भारत द्वारा की गई उल्लेखनीय प्रगति पर प्रकाश डाला और कहा कि सुरक्षित और किफायती टीकों के निर्माण की भारत की क्षमता ने विश्व स्तर पर लाखों लोगों की जान बचाई है। गेट्स ने कहा, "जब भी मैं यहां आता हूं, मैं देखता हूं कि इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों में कितनी प्रगति हो रही है।"
उनकी बातचीत का एक प्रमुख विषय विभिन्न क्षेत्रों में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) का एकीकरण था। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की कि भारत एआई मिशन और गेट्स फाउंडेशन के बीच जल्द ही एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) होने की उम्मीद है। इस सहयोग का उद्देश्य कृषि उत्पादकता बढ़ाने, स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों में सुधार करने और शैक्षिक पहलों को आगे बढ़ाने के लिए एआई का लाभ उठाना है।
गेट्स ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी मुलाकात की और कृषि में और अधिक सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की। उन्होंने जलवायु-अनुकूल फसलों और एआई-आधारित कृषि तकनीकों जैसे नवीन समाधानों पर चर्चा की, जो भारत में खाद्य सुरक्षा और स्थिरता पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकते हैं। गेट्स ने कहा कि भारत में किए जा रहे कृषि अनुसंधान का वैश्विक महत्व है और इसके लाभ सीमाओं से परे भी हो सकते हैं।
1997 से भारत की अपनी पिछली यात्राओं को याद करते हुए, गेट्स ने कहा कि उन्होंने उस तीव्र गति की उम्मीद नहीं की थी जिस पर देश प्रगति करेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि बुनियादी ढांचे और शिक्षा में भारत का निवेश इसे वैश्विक महाशक्ति बनने की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण है।
संक्षेप में, गेट्स की यात्रा ने नवाचार और सहयोग के माध्यम से विश्व मंच पर भारत के बढ़ते प्रभाव को रेखांकित किया, विशेष रूप से स्वास्थ्य और कृषि में। चर्चाओं ने तकनीकी प्रगति और रणनीतिक साझेदारी के माध्यम से वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने की साझा प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला।
लोगों का नज़रिया:
- "बिल गेट्स का भारत आना और यहाँ के विकास कार्यों की सराहना करना, हमारे देश के लिए गर्व की बात है। यह दिखाता है कि दुनिया हमारी प्रगति को देख रही है।" - रमेश कुमार, किसान।
- "एआई और कृषि में सहयोग से हमारे किसानों को बहुत फायदा होगा। इससे उनकी आय बढ़ेगी और वे बेहतर फसलें उगा सकेंगे।" - सुनीता देवी, गृहिणी।
- "भारत में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार बहुत ज़रूरी है। गेट्स फाउंडेशन के सहयोग से हमें उम्मीद है कि यह काम और तेज़ी से होगा।" - राहुल शर्मा, छात्र।
यह यात्रा भारत के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है, जो यह दर्शाता है कि दुनिया भारत के विकास और नवाचार में विश्वास रखती है।
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