दिल्ली की एक भारतीय मूल की छात्रा, सुदीक्षा कोनंकी, डोमिनिकन रिपब्लिक में रहस्यमय ढंग से लापता हो गई हैं। 20 वर्षीय सुदीक्षा पिट्सबर्ग विश्वविद्यालय में पढ़ती हैं और अपने पांच दोस्तों के साथ पुन्टा काना में छुट्टियां मनाने गई थीं। उनके लापता होने की रिपोर्ट 6 मार्च को दर्ज की गई थी, जिसके बाद से उनकी तलाश जारी है।
प्रमुख बिंदु:
- पुलिस की जांच और पारिवारिक आशंकाएं:
- अधिकारियों का मानना है कि सुदीक्षा समुद्र में तैरते समय डूब गई होंगी, लेकिन उनके परिवार को इस सिद्धांत पर संदेह है।
- उनके पिता ने अपहरण की संभावना पर भी जोर दिया है और जांच को व्यापक बनाने की मांग की है।
- अंतिम देखे जाने वाले व्यक्ति के विरोधाभासी बयान:
- जोशुआ स्टीवन रिबे, जिन्होंने सुदीक्षा को आखिरी बार देखा था, ने जांच में तीन अलग-अलग बयान दिए हैं।
- उन्होंने कहा कि वे शराब के नशे में समुद्र तट पर बेहोश हो गए थे और जब उठे तो सुदीक्षा वहां नहीं थीं। उनके बयानों में विरोधाभास होने के कारण संदेह और गहरा गया है।
- परिवार की गहरी चिंता:
- सुदीक्षा के परिवार का कहना है कि अगर वह समुद्र में थीं, तो उनका शरीर अब तक तट पर आ जाना चाहिए था।
- उनका फोन और पर्स उनके दोस्तों के पास छोड़ दिया गया था, जो असामान्य है, क्योंकि वह हमेशा अपना फोन साथ रखती थीं।
- जांच की वर्तमान स्थिति:
- डोमिनिकन राष्ट्रीय पुलिस और अमेरिकी एजेंसियां मिलकर जांच कर रही हैं।
- सर्विलांस फुटेज और टेलीफोन रिकॉर्ड की समीक्षा की जा रही है और कई लोगों से पूछताछ की जा रही है।
- जांच में आगे की कार्रवाई:
- अधिकारियों ने ड्रोन, हेलीकॉप्टर, नावें और स्कूबा डाइवर्स का उपयोग किया है।
- सुदीक्षा के परिवार ने जांच को व्यापक बनाने की मांग की है, जिसमें अपहरण की संभावना भी शामिल हो।
- यह मामला अभी भी एक रहस्य बना हुआ है, और सुदीक्षा के परिवार और दोस्तों को उनकी सुरक्षित वापसी की उम्मीद है।
सुदीक्षा के लापता होने की खबर ने उनके परिवार और दोस्तों को गहरा सदमा पहुंचाया है। वे सुदीक्षा की सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थना कर रहे हैं और अधिकारियों से जांच में तेजी लाने की अपील कर रहे हैं।
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