गोड्डा जिले के उपायुक्त जिशान कमर ने विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से 10 मार्च 2025 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कई विद्यालयों का निरीक्षण एवं समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने विभिन्न विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति, शिक्षकों की स्थिति, मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता, विद्यालय की आधारभूत सुविधाओं आदि की समीक्षा की।
औचक निरीक्षण में पाई गई कमियों पर जताई नाराजगी
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने अपग्रेडेड मिडिल स्कूल इंदराचक उर्दू, अपग्रेडेड प्राइमरी स्कूल छोटी माणियाकला, गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल मिश्र गंगटी का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान निम्नलिखित बिंदुओं पर विशेष ध्यान दिया गया:
विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति: शिक्षकों की संख्या एवं उपस्थिति की समीक्षा की गई।
छात्रों की उपस्थिति: कई विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति अपेक्षाकृत कम पाई गई, जिस पर उपायुक्त ने चिंता व्यक्त की।
मध्यान्ह भोजन योजना: भोजन की गुणवत्ता, उपलब्धता एवं मेनू के अनुसार वितरण की जांच की गई।
विद्यालय की सफाई एवं आधारभूत सुविधाएँ: शौचालय, पेयजल, फर्नीचर, कक्षाओं की स्थिति एवं पार्किंग की व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया गया।
उपायुक्त ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे विद्यालयों में छात्रों की सौ फीसदी उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रयास करें।
विद्यालयों की स्थिति सुधारने के लिए उठाए गए महत्वपूर्ण कदम
1. विद्यालयों का नियमित निरीक्षण एवं अनुश्रवण
उपायुक्त ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे नियमित रूप से विद्यालयों का ऑनलाइन निरीक्षण एवं अनुश्रवण करें। निरीक्षण के दौरान निम्नलिखित बिंदुओं पर विशेष ध्यान दिया जाए:
शिक्षकों एवं छात्रों की उपस्थिति
शिक्षण की गुणवत्ता
साफ-सफाई एवं स्वास्थ्य सुविधाएँ
मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता
विद्यालय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था
2. स्कूल प्रबंधन समितियों की सक्रिय भागीदारी
विद्यालयों में शैक्षणिक गुणवत्ता और छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए विद्यालय प्रबंधन समितियों (SMC) को अधिक सक्रिय भूमिका निभाने के निर्देश दिए गए।
3. छात्रों एवं अभिभावकों के बीच जागरूकता अभियान
अभिभावकों को जागरूक करने के लिए विशेष जागरूकता कार्यक्रम चलाने के निर्देश दिए गए।
छात्रों को नियमित विद्यालय आने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
शिक्षा विभाग द्वारा विद्यालयों में उपस्थिति को बढ़ाने के लिए विशेष अभियान चलाए जाएंगे।
4. विद्यालयों में पठन-पाठन की गुणवत्ता में सुधार
विद्यालयों में शिक्षकों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी।
छात्रों को बेहतर पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।
स्मार्ट क्लासेस एवं डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा दिया जाएगा।
विद्यालयों में उपस्थिति बढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग की रणनीति
1. शिक्षकों की जवाबदेही तय करना
अनुपस्थित शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी और उनकी नियमित उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी।
शिक्षकों को छात्रों को विद्यालय में लाने के लिए सक्रिय भूमिका निभाने का निर्देश दिया गया।
2. 'बैक टू स्कूल' अभियान
विद्यालयों में 'बैक टू स्कूल' अभियान चलाकर अधिक से अधिक बच्चों को विद्यालय से जोड़ा जाएगा।
सरकारी योजनाओं की जानकारी देकर छात्रों और अभिभावकों को प्रेरित किया जाएगा।
3. मध्यान्ह भोजन योजना में सुधार
भोजन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
प्रत्येक विद्यालय में साप्ताहिक मेनू का पालन अनिवार्य किया गया है।
मध्यान्ह भोजन योजना की नियमित समीक्षा होगी।
4. अभिभावकों को जागरूक करना
अभिभावकों को जागरूक करने के लिए ग्राम सभाओं एवं समुदाय बैठकों का आयोजन किया जाएगा।
विद्यालयों में माता-पिता बैठकों (PTM) का आयोजन कर उपस्थिति बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की जाएगी।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में अधिकारियों की सहभागिता
इस अवसर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिला टुडू, जिला शिक्षा अधीक्षक श्री दीपक कुमार, शिक्षा विभाग के अन्य पदाधिकारी एवं कर्मीगण उपस्थित रहे।
उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि विद्यालयों का निरीक्षण कर प्रतिदिन रिपोर्ट जिला शिक्षा अधीक्षक एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी को उपलब्ध कराई जाए।
गोड्डा जिले में विद्यालयों की उपस्थिति बढ़ाने और शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए उपायुक्त के निर्देशों के तहत कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। सरकार और प्रशासन शिक्षा को प्राथमिकता देते हुए, सभी बच्चों को स्कूल तक पहुँचाने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
विद्यालयों की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए सभी संबंधित पक्षों – शिक्षकों, अभिभावकों, प्रशासनिक अधिकारियों एवं समाज के सहयोग की आवश्यकता है।
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