मुंबई: भले ही हाल ही में बाजार में उतार-चढ़ाव कम रहा हो, लेकिन नुवामा निवेशकों को हालिया बाजार सुधार के कारण सावधानी बरतने की सलाह दे रहा है। उनका मानना है कि अभी भी घबराहट का दौर आना बाकी है।
मामले की अहम बातें:
- सावधानी भरा दृष्टिकोण: हाल ही में कम अस्थिरता के बावजूद, नुवामा ने निवेशकों को हालिया बाजार सुधार के कारण सावधानी बरतने की सलाह दी है।
- सबसे लंबी सुधार श्रृंखला: निफ्टी पिछले पांच महीनों में 15% गिर गया है, जो सितंबर के बाद सबसे लंबा सुधार है और कोविड के बाद सबसे खराब है।
- क्या घबराहट का चरम आना बाकी है?: सुधार के बावजूद कम अस्थिरता से पता चलता है कि "घबराहट का चरम अभी भी आना बाकी हो सकता है।"
- मूल्यांकन प्रीमियम में कमी: अन्य उभरते बाजारों की तुलना में भारत का मूल्यांकन प्रीमियम 70% से घटकर 50% हो गया है, जो अब ऐतिहासिक औसत के अनुरूप है।
- वैश्विक जोखिम: तेज वैश्विक जोखिमों में धीमी अमेरिकी वृद्धि शामिल है (Q1 2025 जीडीपी पूर्वानुमान 3.8% से घटकर 0.5% हो गया)।
- MAGA नीतियों की चिंताएं: चिंताएं कि "मेक अमेरिका ग्रेट अगेन (MAGA) टैरिफ और डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) खर्च में कटौती" अमेरिकी मुद्रास्फीति को बढ़ावा दे सकती है या मंदी को ट्रिगर कर सकती है।
- रुपये की कमजोरी: कमजोर नौकरी बाजार जोखिम से बचने की भावना और रुपये सहित उभरते बाजार मुद्रा की कमजोरी का कारण बन सकता है।
- अनिश्चित निचला स्तर: कमजोर मांग और कमाई पुनरुद्धार को प्रभावित करने वाले मार्जिन टेलविंड के फीके पड़ने के कारण बाजार का निचला स्तर अनिश्चित बना हुआ है।
- सीमित नीति में ढील: उच्च बांड यील्ड के कारण नीति में ढील सीमित है, जो मौद्रिक लचीलेपन को प्रतिबंधित करती है।
- मिश्रित भावनाएं: शेयर बाजारों ने वैश्विक और घरेलू आर्थिक संकेतों पर प्रतिक्रिया करते हुए मिश्रित भावनाएं दिखाई हैं।
- विश्लेषक की सिफारिश: निवेशकों को बाजार की दिशा निर्धारित करने के लिए घरेलू और अंतरराष्ट्रीय आर्थिक विकास की सावधानीपूर्वक निगरानी करनी चाहिए।
- बाजार का प्रदर्शन (13 मार्च): 13 मार्च को, शेयर बाजार नकारात्मक रूप से समाप्त हुए, निफ्टी 22,397.20 पर, 73.30 अंक या 0.33% नीचे रहा।
सीधे शब्दों में कहें तो, नुवामा का कहना है कि भले ही बाजार शांत दिख रहा है, लेकिन अभी भी चिंता की बात है। उन्हें लगता है कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं और घरेलू कारकों के कारण बाजार में और गिरावट आ सकती है। इसलिए, निवेशकों को सावधान रहने और बाजार की गतिविधियों पर नजर रखने की सलाह दी जाती है।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें