कैसे बना अमन साहू कुख्यात अपराधी?
अमन साहू झारखंड की राजधानी रांची के मतबे गांव का रहने वाला था। उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि बेहद संगीन रही है। शुरुआती दिनों में वह नक्सल गतिविधियों में शामिल रहा, लेकिन बाद में उसने अपराध की दुनिया में अपनी अलग पहचान बना ली। 2013 में अमन साहू ने खुद का एक गैंग बनाया और फिर झारखंड, छत्तीसगढ़, बिहार और बंगाल तक अपनी आपराधिक गतिविधियों का विस्तार किया। उस पर रंगदारी, हत्या, लूट, अपहरण और एक्सटॉर्शन जैसे 150 से ज्यादा मामले दर्ज थे।
रायपुर में भी कर चुका था बड़ी वारदात
हाल ही में रायपुर के शंकर नगर इलाके में एक व्यापारी के घर के बाहर फायरिंग की घटना में भी उसका नाम सामने आया था। इस घटना के बाद रायपुर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कड़ी पूछताछ की थी।
लॉरेंस बिश्नोई से था कनेक्शन
सूत्रों के मुताबिक, अमन साहू का संबंध कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से भी था। कहा जाता है कि वह लॉरेंस को गुर्गे सप्लाई करता था और बदले में हाईटेक हथियार प्राप्त करता था। अमन सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव था और उसने कई बार फेसबुक पर हथियार लहराते हुए तस्वीरें पोस्ट की थीं।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
पुलिस ने इस एनकाउंटर के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है। सुरक्षा एजेंसियां यह भी खंगाल रही हैं कि अमन साहू और किन-किन गैंगस्टरों के संपर्क में था और उसके गुर्गे अभी कहां सक्रिय हैं। झारखंड पुलिस का कहना है कि इस एनकाउंटर से राज्य में अपराध पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी। वहीं, अमन साहू के मारे जाने के बाद उसके गिरोह के अन्य सदस्यों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी शुरू हो गई है।
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