संभल, उत्तर प्रदेश: इलाहाबाद उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने संभल, उत्तर प्रदेश में शाही जामा मस्जिद की बाहरी दीवार पर सफेदी का काम शुरू कर दिया है। अदालत ने एएसआई को एक सप्ताह के भीतर काम पूरा करने का आदेश दिया है।
पृष्ठभूमि
यह कदम नवंबर 2024 में ऐतिहासिक मस्जिद के एएसआई सर्वेक्षण के दौरान हिंसक झड़पें होने के महीनों बाद आया है। झड़पों में चार लोगों की मौत हो गई और पुलिस कर्मियों सहित कई अन्य लोग घायल हो गए।
उच्च न्यायालय का आदेश और एएसआई की प्रतिक्रिया
12 मार्च, 2025 को, इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने एएसआई को सफेदी करने का निर्देश दिया। एएसआई की एक टीम 13 मार्च को साइट पर गई और माप लिया और कार्य के लिए आवश्यक चीजों का आकलन किया। बाहरी दीवार की सफेदी आधिकारिक तौर पर रविवार सुबह, 16 मार्च, 2025 को शुरू हुई।
बयान
संभल जिला अदालत में मस्जिद का प्रतिनिधित्व करने वाले अधिवक्ता शकील वारसी ने सफेदी शुरू होने की पुष्टि की।
इतिहास और तनाव
मस्जिद, एक मुगल-युग की संरचना, 24 नवंबर, 2024 को एएसआई द्वारा किए गए सर्वेक्षण के बाद से विवाद का विषय रही है, जिसके कारण बड़े पैमाने पर दंगे हुए थे।
वर्तमान स्थिति
अधिकारी क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं। एएसआई से अदालत द्वारा निर्धारित समय सीमा के भीतर सफेदी पूरी करने की उम्मीद है। स्थल पर विकास से संबंधित किसी भी और अशांति को रोकने के लिए सुरक्षा उपाय लागू हैं।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें